परम्परागत और सोशल मीडिया दोनों मिलकर पत्रकारिता को दें नये आयाम

    उर्जा मंत्री प्रियव्रतसिंह ने कहा है कि परम्परागत और सोशल मीडिया दोनों मिलकर पत्रकारिता को नये आयाम दें। परम्परागत और सोशल मीडिया अलग-अलग नहीं हो सकते हैं, बल्कि एक-दूसरे के पूरक और सहयोगी होकर कार्य कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में सोशल मीडिया का महत्व तेजी से बढ़ा है। ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह इंदौर में स्टेट प्रेस क्लब द्वारा आयोजित तीन दिवसीय भारतीय पत्रकारिता महोत्सव में सोशल मीडिया बनाम परम्परागत मीडिया पर सत्र को सम्बोधित कर रहे थे। ऊर्जा मंत्री श्री सिंह ने कहा कि आधुनिक युग में हर क्षेत्र में तेजी से बदलाव आ रहा है। पत्रकारिता जगत में भी यह बदलाव दिखायी दे रहा है। सोशल मीडिया से सूचनाओं और समाचारों का तेजी से प्रसार हो रहा है। सोशल मीडिया को विश्वसनीय बनाने के लिये अभी और काम किया जाना जरूरी है। भजन गायक श्री अनूप जलोटा ने कहा कि सोशल मीडिया के आने से पत्रकारिता हर हाथ में आ गयी है। सोशल मीडिया में गलत और भ्रामक जानकारी पर कैसे अंकुश लगे, हम सबको मिलकर यह सोचने की जरूरत है। पत्रकार अशोक वानखेड़े ने कहा कि सोशल मीडिया के तेजी से बढ़ने के बावजूद भी इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया, दोनों का महत्व बरकरार है। कार्यक्रम के प्रारंभ में स्टेट प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल ने आयोजन के उद्देश्य की जानकारी दी। महोत्सव में पत्रकार बंधु उपस्थित थे।


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